कालबेलिया लोक नृत्य या सपेरा नत्य
कल का अर्थ होता है सांप वह बलिया का अर्थ होता है मित्र अर्थात सांप की मित्र जाती इस नृत्य के अंदर प्रमुख नृत्य आते हैं जैसे कालबेलिया बगड़िया इंडोनी पनिहारी और शंकरिया
1 कालबेलिया यह नृत्य भीख मांगते समय किया जाता है
2 हिंडोली और पनिहारी यह दोनों नृत्य गीत प्रधान नृत्य है
3 शंकरिया यह प्रेम आख्यान से संबंधित युगल नत्य
कालबेलिया नृत्य में नृत्क या नृत्यांगना काले रंग की पारंपरिक वेशभूषा धारण कर नृत्य करते है
इस नृत्य में पुंगी/बिन व खजरी वाद्य यंत्र का प्रयोग होता है
सन 2010 में कालबेलिया नृत्य को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया
कोरोना कल में चैनडाविया नामक मोबाइल एप कालबेलिया नृत्य से संबंधित था
इस नृत्य के प्रमुख कलाकार
1 गुलाबो
2 कंचन सपेरा
3राजकी
4लीलाकलबेलिया
5रुमाल नथ